Home अध्यात्म शनि जयंती के मौके पर इन चीजों का करें दान

शनि जयंती के मौके पर इन चीजों का करें दान

19
0
Jeevan Ayurveda

ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है, जो इस वर्ष 27 मई 2025, मंगलवार को है. यह दिन भगवान शनि देव के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है. यदि आप शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या, या किसी अन्य शनि दोष से पीड़ित हैं, तो इस दिन कुछ विशेष चीजों का दान करने से आपके सभी कष्ट दूर हो सकते हैं. यहां शनि जयंती के अवसर पर दान करने योग्य कुछ प्रमुख वस्तुएं दी गई हैं. ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को विशेष स्थान दिया गया है. शनि न्यायाधीश हैं, वे लोगों को कर्मों के अनुसार फल देते हैं.

इन चीजों का करें दान

Ad

    काले तिल: काले तिल शनि देव को अत्यंत प्रिय हैं और उन्हें दान करने से शनि के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं. यह दुर्भाग्य को दूर करता है और घर में शांति व समृद्धि लाता है. किसी गरीब, जरूरतमंद व्यक्ति को या शनि मंदिर में दान करें.
    उड़द की दाल (विशेषकर काली उड़द): काली उड़द भी शनि से संबंधित मानी जाती है. इसका दान करने से आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं, धन-धान्य में वृद्धि होती है और शनि देव प्रसन्न होते हैं. गरीबों को, विशेषकर शनि मंदिर के बाहर बैठे लोगों को, या किसी जरूरतमंद परिवार को.
    सरसों का तेल: सरसों का तेल शनि देव को अत्यंत प्रिय है. शनि जयंती पर सरसों के तेल का दान करने और शनि मंदिर में दीपक जलाने से शनि देव शांत होते हैं और उनकी कृपा प्राप्त होती है. यह स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को भी दूर करता है. शनि मंदिर में या किसी गरीब को दान करें.
    काले वस्त्र: काले वस्त्र शनि देव की ऊर्जा और प्रभाव का प्रतिनिधित्व करते हैं. काले वस्त्रों का दान करने से शनि देव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और शनि के शुभ फल प्राप्त होते हैं. यह अटके हुए कार्यों को भी पूरा करने में मदद करता है. किसी निर्धन या असहाय व्यक्ति को दान दें.
    लोहे की वस्तुएं: लोहा शनि का धातु है. लोहे से बनी वस्तुओं का दान करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और सभी कष्टों को दूर करते हैं. लोहे के बर्तन या अन्य कोई लोहे की वस्तु किसी गरीब को दान करें.
    जूते या चप्पल: शनि जयंती पर जूते या चप्पल का दान करना बहुत शुभ माना जाता है. इससे शनि से संबंधित कष्ट दूर होते हैं और जीवन की बाधाएं कम होती हैं. किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान करें, विशेषकर जो नंगे पैर हो.

दान का महत्व
दान हमेशा अपनी सामर्थ्य और पूर्ण श्रद्धा भाव से करें. दान को गुप्त रखना अधिक पुण्यकारी माना जाता है. दान ऐसे व्यक्ति को करें जिसे वास्तव में उसकी आवश्यकता हो. दान के साथ-साथ अपने कर्मों को शुद्ध रखें, ईमानदारी से जीवन जिएं और किसी को कष्ट न दें. शनि जयंती पर इन चीजों का दान करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाले सभी कष्टों और बाधाओं से मुक्ति मिलती है.

Jeevan Ayurveda Clinic

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here